18 साल के बाद Apple बंद करेगी पॉप्युलर iTune सर्विस, जानें क्या है वजह

6/3/2019 2:29:43 PM

नई दिल्लीः 9 जनवरी 2001 को एप्पल को-फाउंडर और उस वक्त CEO रहे स्टीव जॉब्स ने मैकवर्ल्ड एक्सपो 2001 में कंपनी का आईट्यून्स (iTunes) सॉफ्टवेयर लॉन्च किया था। कंपनी के इस प्रॉडक्ट ने म्यूजिक की दुनिया में क्रांति ला दी थी। आईट्यून के जरिए ही 21वीं शताब्दी में लोगों तक डिजिटल म्यूजिक पहुंचाया। अब 18 साल से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है और ऐसी खबरें आ रही हैं कि कंपनी इस ऐप को बंद करने जा रही है। 

पॉप्युलर ऐप था iTunes
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि iPhones, Macs और iPads बनाने वाली कंपनी एप्पल अब इस ऐप को अपनी डिवेलपर कॉन्फ्रेंस में शट डाउन कर देगी। यह कॉन्फ्रेंस 3 जून से शुरू हो रही है। म्यूजिक इंडस्ट्री में पाइरेसी रोकने के लिए iTunes का काफी योगदान रहा। एक समय यह ऐप म्यूजिक, मूवी और टीवी लवर्स के बीच काफी पसंद किया गया था। 

पाइरेसी पर रोक लगाने में योगदान
म्यूजिक इंडस्ट्री में पाइरेसी खत्म करने में इस सॉफ्टवेयर का बड़ा योगदान रहा। जिससे दुनिया भर में म्यूजिक इंडस्ट्री में काफी ग्रोथ देखने को मिली। रिकॉर्डिंग इंडस्ट्री असोसिएशन ऑफ अमेरिका की 2018 की इयर एंड रिपोर्ट में बताया गया कि यूएस के म्यूजिक इंडस्ट्री के रेवेन्यू में 75 फीसदी हिस्सा म्यूजिक स्ट्रीमिग का रहा।

इस वजह से बंद होगा iTunes
हालांकि iTunes बंद करने का कंपनी का फैसला चौंकाने वाला नहीं है। पिछले काफी समय से इस बारे में कयास लगाए जा रहे थे। जिसके पीछे यह कारण है कि अब दुनिया भर कई सब्सक्रिप्शन बेस्ड म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विस अवेलेबल हैं। इसमें कंपनी का एप्पल म्यूजिक भी शामिल है। इन स्ट्रीमिंग सर्विस के चलते आईट्यून्स के डाउनलोड्स पर काफी असर पड़ा है। कंपनी iTunes को तीन अलग अलग मीडिया फॉर्म्स में लाएगी। इनमें एप्पल म्यूजिक, एप्पल टीवी और पॉडकास्ट शामिल हैं। हालंकि कंपनी iTunes के कई पुराने फीचर जैसे सॉन्ग पर्चेज और फोन सिंकिंग रीटेन करेगी। कंपनी के इस फैसले से एप्पल के पुराने यूजर्स को निराशा हो सकती है।


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jyoti choudhary

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