iPhone की तरह ही काम करेगी Apple की इलेक्ट्रिक कार, सेल्फ ड्राइविंग तकनीक से साथ मिलेगा Siri वॉइस कंट्रोल

5/9/2022 4:48:00 PM


ऑटो डेस्क. टेक्नोलॉजी की सबसे बड़ी कंपनी Apple लंबे समय से इलेक्ट्रिक सेल्फ-ड्राइविंग कार पर काम कर रही है। एप्पल ने इस प्रोजेक्ट को टाइटन (Titan) नाम दिया है टेक्नोलॉजी की दुनिया में यह सबसे लंबे समय से चली आ रही अफवाहों में से एक है। इन खबरों पर  कंपनी की ओर से आधिकारिक तौर पर अब तक इसकी पुष्टि नहीं की गई है। इसी बीच प्रोजेक्ट टाइटन को लेकर नई अपडेट सामने आई है। 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एपल कार में कस्टम-मेड carOS (कारओएस) दिया जा रहा है। यह टेस्ला इलेक्ट्रिक कार में इस्तेमाल किए जाने वाले एक सेंट्रल इंटीग्रेटेड ऑपरेटिंग सिस्टम के जैसा ही है। ऐसी भी खबरें है कि एपल एक ऐसा सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है जो कार के फंक्शन के हर पहलू को कंट्रोल कर सकता है। 

नई रिपोर्ट के मुताबिक कार Siri (सिरी) के कमांड से चलेगी और एक iPhone की तरह काम करेगी। इसके साथ ही संशोधित पेटेंट अपडेटेड ऑटोनॉमस ड्राइविंग टेक्नोलॉजी के साथ भी आता है। 

एक नए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Apple ने अपनी पुरानी मूल पेटेंट फाइलिंग में से एक को संशोधित किया है और इसे एक नई टेक्नोलॉजी के साथ पेश किया है। नए पेटेंटे के मुताबिक कार Siri (सिरी) के कमांड से चलेगी और एक iPhone की तरह काम करेगी। एप्पल की इलेक्ट्रिक कर आईफोन से कनेक्ट हो जाएगी। इसके बाद आप आईफोन की सिरी वॉयस कमांड से इस कार को चला सकते हैं। वॉयस कमांड से इस कार को आप दौड़ा सकते हैं। आपकी कमांड पर कार खुद ही पार्किंग में खड़ी हो जाएगी। इसे आप किसी जगह भेज भी सकते हैं और कार को बुला भी सकेंगे। कुल मिलाकर एप्पल की नई इलेक्ट्रिक कार आपके आदेश का पालन करेगी।

 

बताया जा रहा है कि एप्पल ने अपनी इलेक्ट्रिक कार के लिए ऑटोपायलट चिप विकसित करने के लिए दक्षिण कोरियाई कंपनी के साथ समझौता किया है। वहीं ड्राइवरों को सूचित करने के लिए इस कार में एलईडी स्क्रीन को इस्तेमाल किया जाएगा जिससे चलता रहेगा कि सेल्फ-ड्राइविंग सिस्टम क्या कर रहा है।

एप्पल की वॉयस कमांड तकनीक अन्य तकनीकों के मुकाबले कहीं ज्यादा पावरफुल है। कार को वॉयस कमांड के माध्यम से सिग्नल प्राप्त होंगे। सिग्नल प्राप्त करने के बाद कार का सिस्टम ऑनबोर्ड कैमरों और सेंसर को सटीक स्थान का पता लगाने और वहां पहुंचने में सक्षम बनाती है।


इन अपडेट्स को सुनने के बाद ये  कह सकते हैं कि एप्पल इलेक्ट्रिक कार के मामले में टेस्ला को फॉलो कर रहा है।टेस्ला की कार के लिए ऑटोपायलट चिप तैयार करने के लिए टेस्ला ने सैमसंग मैमोरी का इस्तेमाल किया। इस काम के लिए टेस्ला ने कोरिया की एक कंपनी के साथ करार किया है।


यह मूल पेटेंट 2019 में दायर किया गया था लेकिन इसे काफी अपडेट किया गया है। इसमें यह भी दावा किया गया है कि एप्पल ने अपने मूल पेटेंट फाइलिंग को पूरी तरह से वापस लिया और इसके बदले नया दिया है।Apple की इलेक्ट्रिक कार की लॉन्चिंग की तारीख का खुलासा नहीं किया गया है लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक यह साल 2025 में बाजार में आ सकती है। 


 

Content Writer

Smita Sharma