मुकद्दमों का फैसला सुनाएगा रोबोट जज

3/28/2019 5:49:48 PM

- छोटे केसों को सुलझाने में करेगा मदद

- बड़े मुकद्दमों के लिए बचेगा कोर्ट का समय

गैजेट डैस्क : दुनिया में कोर्ट केसों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है जिससे मुसीबत में फंसे व्यक्ति की मुश्किलें घटने की बजाय और बढ़ गई हैं। इसी बात पर ध्यान देते हुए यूरोप के देश स्टोनिया में दुनिया का पहला रोबोट जज तैयार किया जा रहा है जो जज की भूमिका निभाते हुए छोटे कोर्ट के मामलों को तेजी से निपटाने में मदद करेगा। रिपोर्ट के मुताबिक रोबोट जज लगभग 5.5 लाख रुपए तक के केस की सुनवाई करेगा। ताकि दूसरे जज फ्री हो सकें और बड़े केसों को सुलझा सकें। 

इस तरह काम करेगा रोबोट जज

रोबोट जज में प्री-प्रोग्राम्ड अल्गोरिदम्स को इंस्टाल किया गया है और फिलहाल टैस्टिंग के दौरान इसे ट्रेनिंग दी जा रही है। इन दोनों तथ्यों के आधार पर रोबोट जज लीगल डॉक्यूमैंट्स का विश्लेषण करते हुए फैसला सुनाएगा। रोबोट जज की टैस्टिंग मई महीने तक चलेगी जिसके बाद इसके रिजल्ट्स दुनिया के सामने शो कर दिए जाएंगे। 

फैसलों को माना जाएगा वैलिड

रोबोट जज द्वारा छोटे केसों को सुलझाने के बाद कोर्ट के पास वक्त और संसाधन दोनों की बचत होगी, जिससे बड़े मामलों को कम समय में निपटाने में मदद मिलेगी। रोबोट जज द्वारा सुनाए गए फैसले को कानूनी प्रक्रिया के तहत वैलिड माना जाएगा, लेकिन इसके द्वारा सुनाए गए फैसले के खिलाफ मानव जज कोर्ट में अपील कर सकता है। 

अभी की जा रही टैस्टिंग

रोबोट जज को लेकर फिलहाल टैस्टिंग प्रोसैस जारी है और इसे कब से काम पर लगाया जाएगा इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। आपको बता दें कि स्टोनिया में केवल 14 लाख नागरिक हैं, इसके बावजूद तकनीक के मामले में यह देश दुनिया से अलग सोचते हुए काफी डिवैल्प हो रहा है। 

  • देश के चीफ डाटा ऑफिसर ओट वेल्सबर्ग ने अमरीकी न्यूज वैबसाइट Wired को बताया है कि ‘‘हम चाहते हैं कि रोबोट जज को लेकर सरकार को जितना ज्यादा हो सके, लचीला रवैया अपनाना चाहिए।’’ आपको बता दें कि वेल्सबर्ग ने स्वीडन की Umea यूनिवर्सिटी से अभी आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस पर आधारित Ph.D.  की बढ़ाई पूरी की है। उनका कहना है कि कर्मचारियों की जरूरत पडने पर ए.आई. एजैंट हमारी काफी मदद कर सकता है।

Hitesh