प्रशांत महासागर से रिमूव की जाएगी 88,000 टन की प्लास्टिक, शुरू हुआ प्रोजैक्ट

9/11/2018 7:10:42 PM

गैजेट डैस्क - प्रशांत महासागर में एक बड़े प्रोजैक्ट को शुरू किया गया है जिसके तहत 88,000 टन की फ्लोट हो रही प्लास्टिक को "ग्रेट पैसिफिक गार्बेज पैच" से रिमूव किया जाएगा। रविवार को ओशन क्लीनअप प्रोजैक्ट को सैन फ्रांसिस्को से 260 मील (लगभग 418 किलोमीटर) दूर तक शुरू किया गया है। इस प्रोजैक्ट में उपयोग किए गए सिस्टम को U-शेप्ड सिस्टम 001 बताया गया हगै जो 10 फुट समुद्र के नीचे एरिए को कवर करेगा। इस दौरान प्लास्टिक के पीसीज़ को कलैक्ट करेगा चाहे प्लास्टिक का साइज़ 1 मिलीमीटर का क्यों ना हो। वहीं छोटी बोट्स की मदद से इन्हे समुद्र से बाहर निकाला जाएगा। ताकि इनकी रीसाइकलिंग की जा सके। 

ओशन क्लीनअप प्रोजैक्ट के जूस्ट डूबोस (Joost Dubois) ने CNN को कहा है कि हम पर्यावरण संबंधी परेशानियों को सॉल्व करने के लिए ट्राई करेंगे। हमे इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस प्रक्रिया से कोई भी बड़ी परेशानी इस जगह पर ना उत्पन हो। ट्रायल के खत्म होने के बाद इसे 900 समुद्री मील (लगभग 1448 किलोमीटर) तक बढ़ाया जाएगा और प्रशांत महासागर से प्लास्टिक को साफ किया जाएगा। यह क्रयू 6 महीने तक महासागर के बीच ही रहेगा। 

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इस System 001 प्रोजैक्ट के तहत 55 टन प्लास्टिर महासागर से हर वर्ष निकाला जाएगा। जोकि 88,000 टन पैच के हिसाब से काफी कम है। वहीं इस दौरान 9 टन प्लास्टिक हर वर्ष महासागर में दाखिल होगा। जिससे उम्मीद है कि यह ग्रुप्स 60 सिस्टमस् को डिप्लोय करेगा और हर 5 वर्षों में 50 प्रतिशत गारबेज निकाला जाएगा। फिलहाल दो हफ्तो के ट्रायल में यह पता लगाया जाएगा कि इस प्रक्रिया में समुद्री जीव को कोई नुक्सान ना पहुंचे।


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Jeevan

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