साइबर हमले की चपेट में 76 प्रतिशत भारतीय कम्पनियां

3/15/2019 10:38:11 AM

नई दिल्ली : साल 2018 में 76 प्रतिशत भारतीय कम्पनियां साइबर हमलों की चपेट में आई हैं, जो मैक्सिको और फ्रांस के बाद सर्वाधिक है। नैटवर्क और एंडप्वाइंट सिक्योरिटी क्षेत्र की बहुराष्ट्रीय कम्पनी सोफोज ने अपने वैश्विक सर्वे में यह बात कही। ‘7 अनकम्फर्टेबल ट्रुथ्स ऑफ  एंडप्वाइंट सिक्योरिटी’ नाम से जारी सर्वे में पाया गया कि भारत में अधिकांश साइबर हमले सर्वर (39 प्रतिशत) और नैटवर्क (35 प्रतिशत) के माध्यम से किए गए। इसी तरह 8 प्रतिशत हमले एंडप्वाइंट्स के जरिए किए गए हैं। भारत में मोबाइल पर 18 प्रतिशत से अधिक संभावित खतरे पाए गए जो वैश्विक आंकड़ों का करीब दोगुना है। 

  • इस अध्ययन में कुल 12 देशों की 3,100 से अधिक आई.टी. कम्पनियों और कारोबारियों ने हिस्सा लिया। इन देशों में अमरीका, कनाडा, मैक्सिको, कोलंबो, ब्राजील, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, जापान, भारत और दक्षिण अफ्रीका शामिल थे। सर्वे में कहा गया कि आई.टी. सुरक्षा दुनियाभर में एक बड़ा मुद्दा बनी हुई है। सर्वे में बताया गया कि पिछले साल एक या अधिक साइबर हमलों का शिकार हुए आई.टी. प्रबंधकों में से 14 प्रतिशत यह पता नहीं लगा पाए कि हमलावर ने इस तंत्र में प्रवेश कैसे किया? इसी तरह 17 प्रतिशत प्रबंधक यह बताने में असमर्थ थे कि खतरे का पता चलने से पहले वह कितने समय से सिस्टम में मौजूद था। अध्ययन के मुताबिक एक या अधिक सुरक्षा खामियों की जांच करने वाली भारतीय कम्पनियां ऐसी जांच पर एक साल में औसतन 48 दिन (एक माह में 4 दिन) खर्च करती हैं।

Hitesh