5G आया नहीं कि Huawei ने शुरू की 6G पर रिसर्च

8/15/2019 6:06:45 PM

गैजेट डेस्क : 5G Huawei के लिए बेहद चैलेंजिंग एरिया रहा है। बता दें कि अमेरिकी सरकार चिंतित है कि हुवावे 5G सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है , अपने भारी सिक्योरिटी फ्लॉ (flaw) वाले कम्युनिकेशन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोग्राम के ज़रिये। 

ट्रम्प सरकार ने दुनिया भर की सरकारों पर चीन की टेक कंपनी हुवावे उपकरणों के उपयोग से बचने के लिए दबाव डाला है। मुख्यधारा  5G के साथ दुनिया अभी भी एक या दो साल दूर है लेकिन हुवावे ने अभी से अगली पीढ़ी के मोबाइल इंटरनेट 6G की तलाश शुरू कर दी है।

 

कनाडा में कर रहा है हुवावे ख़ुफ़िया रिसर्च 

 

 

द लॉजिक की रिपोर्ट के मुताबिक हुवावे ओटावा, कनाडा में अपने R & D सेंटर में 6G पर रिसर्च कर रही है। जाहिर है यह कंपनी की ओर से अग्रगामी कदम है। हालाँकि कंपनी स्वयं यह उम्मीद नहीं करती कि 6G 2030 तक किसी भी सार्थक अर्थ में उसके लिए एक वास्तविकता बन जाएगा।


मई में अमेरिका में हुवावे को ब्लैकलिस्ट किया गया था, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अतिरिक्त रूप से एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते हुए कंपनी को अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर कंपनी पर प्रतिबंध लगा दिया था कि हुवावे का चीन सरकार के साथ घनिष्ठ संबंध था। 

 

सरकार को डर इस बात का है कि जासूसी जलिए चीन की कम्युनिस्ट सरकार अमेरिका और अन्य देशों में एसपियोनेज सेल का निर्माण कर सकती है। हालाँकि हुवावे कंपनी ने उस काज आरोप का बार-बार खंडन किया है। फिलहाल जब से ट्रम्प सरकार ने अपना फैसला बदला है तब से हुवावे पर अमेरिका के प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने पर सख्त प्रतिबंध लगा हुआ है। 

Edited By

Harsh Pandey