पिछले 2 महीनों में Play Store से डिलीट की गई 112 खतरनाक एप्स

1/13/2019 4:18:00 PM

- फोन में हैं इंस्टाल तो अभी करें रिमूव

गैजेट डैस्क : इस बात पर चर्चाएं कभी खत्म नहीं होंगी कि स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम के मामले में एंड्रॉयड बेहतर है या iOS। लेकिन इस बात से नकारा नहीं जा सकता कि iOS के मुकाबले एंड्रॉयड में ज्यादा बग्स पाए गए हैं और यह ज्यादा मालवेयर्स की चपेट में आता है। आपको जानकार हैरानी होगी कि पिछले 2 महीनों में प्ले स्टोर पर 112 खतरनाक एप्स का पता लगाया गया है जिन्हें अब रिमूव कर दिया गया है, लेकिन हो सकता है कि ये अभी भी आपके स्मार्टफोन में इंस्टाल हों तो इन्हें अभी रिमूव करने की जरूरत है। 


कैसे नुक्सान पहुंचाती हैं एप्स
मालवेयर से प्रभावित इन एप्स में एक विझापन शो होता है जिस पर क्लिक करने पर यूजर खतरनाक बैबसाइट पर पहुंच जाता है जहां उससे बैंक डिटेल व अन्य तरह की जानकारी ली जाती है। इससे वह खतरनाक अटैक का शिकार हो सकता है। मालवेयर से प्रभावित एप्स आपके फोन की बैटरी को जल्द ड्रेन कर देती हैं और फोन को हैंग करने का काम करती हैं। 


अटैक होने का सबसे बड़ा कारण
एड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर अटैक होने का सबसे बड़ा कारण है कि यह एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग सिस्टम है। एप्पल अपने एप स्टोर में एप्लिकेशन्स को उपलब्ध करने के लिए एक सिक्योर प्रोसैस को अपनाती है ताकि मालवेयर से बचा जा सके वहीं गूगल प्ले स्टोर पर डिवैल्पर आसानी से खतरनक एप्स को अपलोड कर देते हैं। यहीं कारण है कि एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादा मालवेयर से प्रभावित होता है। 

इन एप्स को अभी रिमूव करने की जरूरत
- नवम्बर 2018 में रिमूव की गई बुरी एप्स की लिस्ट में टार्गो ट्रक सिमूलेटर, एक्सट्रीम कार ड्राइविंग रेसिंग, कार ड्राइविंग सिमूलेटर और लग्जरी कार पार्किंग जैसी एप्स को शामिल किया गया। 
- दिसम्बर 2018 की लिस्ट में स्नेक अटैक, स्पार्कल फ्लैशलाइट, ज़ोम्बी किलर, स्पेस रोकेट, कलर टाइल्स, एनीमल मैच जैसी बुरी एप्स को शामिल किया गया है। 
- जनवरी 2019 की लिस्ट में स्पोर्ट TV, टीवी वर्ल्ड, रिमोट कन्ट्रोल और मोटो रेसिंग जैसी एप्स को खतरनाक माना गया है जो आपको नुक्सान पहुंचा सकती हैं जिन्हें अभी स्मार्टफोन से रिमूव करने की जरूरत है। 
वर्ष 2017 में भी की गई थी  700,000 एप्स रिमूव
गूगल द्वारा निर्धारित की गई नितियों का उल्घन होने पर वर्ष 2017 में 700,000 एप्स को रिमूव किया था और पिछले साल यानी वर्ष 2018 में भी हजारों एप्स को रिमूव किया गया है। 


प्ले स्टोर को सेफ बनाने के काम में लगी गूगल
गूगल ने कहा है कि वह प्ले स्टोर को सेफ बनाने के लिए नए मशीन लर्निंग मॉडल्स और टैक्नीक्स पर काम कर रही है ताकि बुरी एप्स का पता लगाया जा सके और डिवैल्पर्स को इस तरह की एप्स को दोबारा से प्ले स्टोर पर उपलब्ध करने से रोक जा सके। 

Jeevan