इस नई तकनीक के साथ अब हाथ के इशारे से पहचाने जा सकेंगे आतंकवादी
3/14/2016 3:12:35 PM
जालंधर: यह तो सब जानते हैं कि कई आतंकवादी लोगों के सामने आने से डरते हैं, और लोगों के सामने आने से पहले अपने-आप को पूरी तरह ढक लेते हैं जिससे कोई उन को पहचान न सके। इस तरह इन को पकड़ना तो दूर की बात इन को पहचानना भी बहुत मुश्किल हो जाता है। विज्ञानियों ने एक नई बायोमेट्रिक आईडैंटीफिकेशन तकनीक की खोज की है, जिस के साथ लोगों को उन की तरफ से हाथ के साथ बनाए विकटरी के निशान से पहचाना जा सकेगा। यह तकनीक उंगलियों के बीच के गैप, इन की लंबाई, हाथ की तली को स्कैन कर पहचानती है। इस तकनीक के साथ आने वाले नतीजे कई बार 90 प्रतिशत तक सही रहे हैं।
इस तकनीक को मुकम्मल तरीको के साथ सही नहीं कहा जा सकता क्योंकि इस तकनीक के पास, किसी व्यक्ति विशेष को पहचानने के लिए पहले से डाटा मौजूद होना ज़रूरी है। इस के साथ ही अगर किसी व्यक्ति ने दस्ताने डाले हैं या इस के वज़न में कमी या विस्तार हो गया है तो इस को पहचान डालना बहुत मुश्किल हो सकता है। अगर सब कुछ सही रहा तो एंटी टैरारिस्ट एजेंसियों के लिए इस इमेज रिकोगनाईज़ेशन तकनीक के साथ आतंकवादियों को पकड़ना आसान हो जाएगा।