प्राचीन भूकंपों के संकेतों को समझने की कोशिश कर रहे है वैज्ञानिक
1/25/2016 1:04:21 PM
नई दिल्ली- 24 जनवरी (प.स.): भूकंपों के लिहाज से भारत बेहद संवेदनशील है। इसलिए वैज्ञानिक प्राचीन भूकंपों के संकेतों को समझने की कोशिश में जुटे हैं। विश्व बैंक के एक आकलन के अनुसार हर साल भारत के विभिन्न इलाकों में लगभग 1000 छोटे-बड़े भूकंप आते हैं। बीती 3 जनवरी को इंफाल जो कि भारतीय राज्य मणिपुर की राजधानी है में तड़के आए 6.7 तीव्रता के भूकंप से ज्यादा लोग हताहत तो नहीं हुए लेकिन इसे एक चेतावनी के रूप में जरूर देखा जाना चाहिए। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने एक आकलन में पाया है कि भारत का लगभग 59 प्रतिशत हिस्सा मध्यम या तेज भूकंपीय खतरे के लिहाज से संवेदनशील है।
इस आकलन में शुरूआत में पाया गया है कि भारत के उपनगरीय इलाकों में अधिकतर इमारतें योजनाबद्ध तरीके से नहीं बनाई गई हैं और इनमें भूकंप रोधी निर्माण सिद्धांतों का पालन भी नहीं किया गया है। इस पर एन.डी.एम.ए. की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 1990 और 2006 के बीच भारत में 3 भीषण भूकंप आए और इनके कारण 23 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।

