भारत में डिजिटल पेमेंट का तेजी से हो रहा है विकास, जानें कारण

8/15/2017 2:12:11 PM

जालंधर- भारत में पिछले कुछ समय से डिजीटल पेमेंट सेवा काफी प्रचलित हो रही है। इसके पीछे सरकार द्वारा की गई कोशिशे शामिल है। वहीं नोटबंदी के बाद से डिजिटल पेमेंट में 4 गुना का इजाफा हुआ है। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले साल की तुलना में इस साल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन में तीन गुना की बढ़ोतरी हुई है।


25 अरब डिजिटल ट्रांजेक्शन का लक्ष्य 

इस बारे में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल अपने बजट भाषण में, देश के लिए वर्ष 2017-18 में 25 अरब डिजिटल ट्रांजेक्शन का लक्ष्य बनाया है। इसे पूरा करने के लिए कई पेमेंट बैंक के विकल्प मौजूद है। इसके साथ ही टेलिकॉम/ ई-कॉमर्स कंपनियां भी अब पेमेंट बैंक में परिवर्तित हो रहें हैं जो अपने कस्टमर और सबस्क्राइबर को डिजिटल पर्स और 


डिजिटल पेमेंट में हुआ इजाफा


नोटबंदी में 500 और 1000 रूपये के नोट को बंद कर दिया गया था। जिसके तहत नवंबर 2016 में हुए डिजिटल ट्रांजैक्शन 672 मिलियन रहा जो कि एक महीने में बढ़कर 958 मिलियन जा पहुंचा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अनुसार, यहां तक कि सिस्टम में नए नोट्स आने और डिजिटल ट्रांजैक्शन में काफी गिरावट आने के बाद भी,डिजिटल पेमेंट में इजाफा हुआ है। 


बता दें कि भले ही, भारत डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ रहा है लेकिन अभी भी इसे और आगे ले जाने के लिए देश को एक लंबा रास्ता तय करना बाकी है। 1 बिलियन लोग जो फीचर फोन का इस्तेमाल करते हैं उनको सरल वित्तीय लेनदेन के लिए अपनी डिवाइस का कैसे उपयोग करें कि जानकारी देना ये अलग चीज हैं और लोगों को आर्थिक रूप से जिम्मेदार बनाने, जागरूक कस्टमर को डिजिटल पेमेंट के लिए बढ़ावा देना यह अलग चीज है।


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