व्हाट्सएप को औपचारिक नोटिस जारी, फेसबुक से डाटा शेयरिंग करने का लगा आरोप

12/21/2017 10:48:26 AM

जालंधर : नागरिकों के डाटा को चोरी होने से बचाने के लिए फ्रांस के डाटा प्राइवेसी वॉचडॉग ने व्हाट्सएप को औपचारिक नोटिस जारी किया है। इस नोटिस में एक महीने के अंदर-अंदर व्हाट्सएप को अपनी पेरैंट कम्पनी फेसबुक के साथ डाटा शेयरिंग को बंद करने के लिए कहा गया है। नैशनल डाटा प्रोटैक्शन कमीशन (CNIL) ने जब इस शेयर किए गए डाटा को देखने की मांग की तो कम्पनी ने कहा कि वह सैम्पल की सप्लाई नहीं कर सकती क्योंकि कम्पनी के सर्वर अमरीका में स्थित हैं। नैशनल डाटा प्रोटैक्शन कमीशन ने अपनी वैबसाइट पर पोस्ट किया कि यह केवल अमरीका (यू.एस.) के कानून के अधीन है और अगर कम्पनी दिए गए समय में इस नोटिस का पालन नहीं करेगी तो CNIL फ्रांस में इस पर प्रतिबंध भी लगा सकती है।

 

इस कारण व्हाट्सएप से जोड़े गए फेसबुक सर्वर्स
फेसबुक ने वर्ष 2014 में व्हाट्सएप का अधिग्रहण किया था। 25 अगस्त 2016 को व्हाट्सएप ने अपने टर्म और कंडीशन व प्राइवेसी पॉलिसी का नया वर्जन रिलीज किया, जिसमें बताया गया था कि अब से व्हाट्सएप का डाटा फेसबुक तक तीन कारणों को लेकर शेयर किया जाएगा। इनमें से पहला कारण विज्ञापन को लक्षित करना, दूसरा सुरक्षा और तीसरा सर्विस को बेहतर बनाना बताया गया। 

 

नैशनल डाटा प्रोटैक्शन कमीशन ने नोटिस किया कि कम्पनी सिक्योरिटी को लेकर इस एप को फेसबुक सर्वर्स के साथ जोडने की बात कह रही है लेकिन असल में व्हाट्सएप को सही तरीके से काम न करने पर फेसबुक सर्वर्स के साथ जोड़ा गया है जिससे यह पता लगता है कि कम्पनी कहीं-न-कहीं थोड़ी गलत जानकारी दे रही है।

 

डाटा प्रोटैक्शन एक्ट के अनुरूप नहीं यह शेयरिंग
अन्य संगठनों की गतिविधियों को जांचने वाली वॉचडॉग ने माना है कि फेसबुक के सर्वर्स में जमा किया गया यह डाटा किसी भी तरह से डाटा प्रोटैक्शन एक्ट के कानूनी आधार के अनुरूप नहीं है। इसी बात पर ध्यान देते हुए डाटा ट्रांसफर को रोकने के लिए इस औपचारिक सार्वजनिक नोटिस को जारी किया गया है।

 

आवश्यकता के मुताबिक शेयर करें डाटा
ऐसी रिपोट्स के सामने आने पर हरेक यूजर को यह संदेश मिलता है कि आवश्यकता के मुताबिक ही इन एप्स पर डाटा को शेयर करना चाहिए और डाटा पर नियंत्रण करते हुए सतर्क रहना चाहिए। उल्लेखनीय है कि यह पहली घटना नहीं है, जब व्हाट्सएप द्वारा फेसबुक से डाटा सांझा करने की निंदा की गई है। इससे पहले जर्मनी की अदालत द्वारा भी व्हाट्सएप यूजर्स का डाटा चोरी करने को लेकर आदेश दिया गया है। 

 

जर्मनी कोर्ट ने कहा है कि फेसबुक उनके देश में व्हाट्सएप यूजर्स की परमिशन को एक्सैस कर रहा है। जर्मनी में बार-बार आलोचना के बाद, फेसबुक ने यू.के. में व्हाट्सएप यूजर द्वारा डाटा इकट्ठा करने को बंद करने के लिए भी सहमति व्यक्त की है। आपको बता दें कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने भी व्हाट्सएप और फेसबुक को निर्देश दिया है कि बताया जाए कि क्या भारतीय यूजर्स का डाटा भी किसी थर्ड पार्टी एप के साथ शेयर तो नहीं हो रहा? 


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